नई दिल्ली: अगर आप UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) का उपयोग करते हैं, तो 1 फरवरी 2025 से लागू होने वाले नए नियमों के बारे में जानना जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI लेन-देन में सुरक्षा और सुगमता बढ़ाने के लिए कुछ नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन नियमों के अनुसार, अब UPI ट्रांजैक्शन आईडी में केवल अल्फ़ान्यूमेरिक (अक्षर और अंक) कैरेक्टर ही इस्तेमाल किए जा सकेंगे।
नए नियमों के प्रमुख बिंदु:
✔ UPI ट्रांजैक्शन आईडी में बदलाव: अब से किसी भी लेन-देन की ट्रांजैक्शन आईडी में केवल अक्षर (A-Z) और संख्याएं (0-9) ही मान्य होंगी। किसी भी विशेष (स्पेशल) कैरेक्टर जैसे @, #, !, *, & आदि का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया गया है।
✔ नियमों का पालन अनिवार्य: 1 फरवरी 2025 के बाद यदि किसी लेन-देन की ट्रांजैक्शन आईडी में विशेष कैरेक्टर होंगे, तो वह ट्रांजैक्शन अस्वीकार कर दिया जाएगा।
✔ UPI उपयोगकर्ताओं के लिए आवश्यक कदम: उपयोगकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके द्वारा किए जा रहे भुगतान की ट्रांजैक्शन आईडी नए नियमों के अनुरूप हो।
UPI उपयोगकर्ताओं को क्या करना चाहिए?
- UPI ऐप अपडेट करें: सभी उपयोगकर्ताओं को अपने बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट ऐप्स को अपडेट करना चाहिए ताकि नए नियमों के अनुरूप उनका भुगतान सुचारू रूप से हो सके।
- अपनी UPI ID की जांच करें: यदि आपकी UPI ID में कोई विशेष कैरेक्टर शामिल हैं, तो इसे तुरंत अपडेट करें।
- बैंक से संपर्क करें: यदि कोई तकनीकी समस्या आ रही हो या लेन-देन में दिक्कत हो रही हो, तो तुरंत अपनी बैंक या पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क करें।
- सुरक्षित ऐप्स का ही उपयोग करें: आधिकारिक बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों द्वारा मान्यता प्राप्त UPI ऐप्स का ही उपयोग करें।
NPCI ने क्यों लिया यह फैसला?
यह बदलाव डिजिटल भुगतान प्रणाली की सुरक्षा को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। NPCI का मानना है कि इससे ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी और लेन-देन की पारदर्शिता बढ़ेगी।
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