इस्लामाबाद, 20 मार्च 2025 – पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को 2025 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के दौरान 869 करोड़ रुपये ($105 मिलियन) का भारी नुकसान हुआ है। इस वित्तीय झटके का कारण विवादास्पद हाइब्रिड मेजबानी मॉडल, कम टिकट बिक्री और लॉजिस्टिक खर्च बताए जा रहे हैं।
हाइब्रिड मेजबानी मॉडल से बढ़ी लागत
इस वित्तीय संकट का मुख्य कारण हाइब्रिड मॉडल रहा, जो भारत के पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने के कारण लागू किया गया। परिणामस्वरूप, भारत के सभी मैच दुबई में कराए गए, जिससे मेजबानी की लागत काफी बढ़ गई। अलग-अलग स्थानों पर मैच आयोजित करने से लॉजिस्टिक खर्च बढ़ा और स्थानीय प्रसारकों और प्रायोजकों से मिलने वाला राजस्व घट गया।
कम टिकट बिक्री और प्रायोजन राजस्व
आईसीसी के इस बड़े टूर्नामेंट के बावजूद, पाकिस्तान में आयोजित मैचों में कम दर्शक उपस्थिति देखी गई। सुरक्षा चिंताओं और भू-राजनीतिक तनावों के कारण विदेशी दर्शक पाकिस्तान आने से कतराते रहे, जबकि स्थानीय क्रिकेट प्रशंसक भी स्टेडियम नहीं भर सके। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय प्रायोजक भी निवेश करने से हिचकिचा रहे थे, जिससे वित्तीय नुकसान और बढ़ गया।
सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर अधिक खर्च
पाकिस्तान ने इस टूर्नामेंट से अच्छे राजस्व की उम्मीद में सुरक्षा व्यवस्था और स्टेडियम सुधार पर भारी खर्च किया था। लेकिन अनपेक्षित खर्चों और कमजोर राजस्व के कारण बोर्ड को बड़ा आर्थिक झटका लगा।
पाकिस्तान क्रिकेट पर असर
इस आर्थिक नुकसान से PCB पर भारी वित्तीय दबाव पड़ा है, जिसके चलते खर्चों में कटौती की जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, PCB ने पहले ही घरेलू खिलाड़ियों की मैच फीस में कटौती कर दी है और क्रिकेट विकास कार्यक्रमों के बजट में कमी पर विचार कर रहा है।
पूर्व क्रिकेटरों और विश्लेषकों ने PCB के प्रबंधन की आलोचना की है, विशेष रूप से शोएब अख्तर और वसीम अकरम ने बोर्ड की वित्तीय योजना और रणनीतिक निर्णयों पर सवाल उठाए हैं।
IPL 2025: Mumbai Indian के कप्तान Hardik Pandya पहले मैच से बाहर, जानिए कारण
इस वित्तीय झटके से यह सवाल उठ रहा है कि पाकिस्तान भविष्य में ICC टूर्नामेंटों की मेजबानी कर पाएगा या नहीं। इस बड़े नुकसान को देखते हुए, ICC और प्रायोजकों को पाकिस्तान को बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी सौंपने के लिए मनाना कठिन होगा।
अब जब टूर्नामेंट समाप्त हो चुका है, PCB को इस वित्तीय संकट से उबरने के रास्ते तलाशने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी गलतियां न दोहराई जाएं। 2025 चैंपियंस ट्रॉफी समाप्त हो चुकी है, लेकिन इसके प्रभाव पाकिस्तान क्रिकेट पर लंबे समय तक दिख सकते हैं।
