नई दिल्ली, 13 मार्च 2025 – अमेरिकी टेक दिग्गज Apple ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के सामने एक बड़ी जीत दर्ज की है। कंपनी ने सफलतापूर्वक Match Group (Tinder की मूल कंपनी) और अन्य स्टार्टअप्स के एक समूह को अपनी गोपनीय व्यावसायिक जानकारी तक पहुंचने से रोक दिया है।
Apple पर लगे थे एकाधिकार के आरोप
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने पहले पाया था कि Apple अपने ऐप स्टोर में दबदबा बनाए रखने के लिए अनुचित व्यापारिक प्रथाओं का उपयोग कर रहा है। CCI ने जांच में संकेत दिया था कि Apple अपने नियमों के जरिए डेवलपर्स और स्टार्टअप कंपनियों को नुकसान पहुंचा सकता है।
हालांकि, Apple ने अदालत में यह तर्क दिया कि उसके व्यावसायिक रहस्य और संवेदनशील जानकारी सार्वजनिक करने से प्रतियोगी कंपनियां इसका दुरुपयोग कर सकती हैं। कोर्ट ने Apple के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कहा कि कंपनी के संवेदनशील डेटा की सुरक्षा आवश्यक है।
क्या है मामला?
- Match Group और अन्य स्टार्टअप्स ने आरोप लगाया था कि Apple अपने इन-ऐप पेमेंट सिस्टम पर डेवलपर्स को जबरदस्ती निर्भर बना रहा है।
- CCI ने Apple के खिलाफ जांच शुरू की और पाया कि वह अपने नियमों से बाजार में अनुचित लाभ उठा रहा है।
- Apple ने कानूनी रूप से यह साबित किया कि कंपनी की व्यावसायिक जानकारी गोपनीय रहनी चाहिए, जिससे उसके प्रतिद्वंद्वी इसका फायदा न उठा सकें।
Apple को मिली राहत, स्टार्टअप्स को झटका
इस फैसले के बाद, Apple को भारतीय बाजार में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन स्टार्टअप कंपनियों और Match Group को बड़ा झटका लगा है। वे चाहते थे कि CCI उन्हें Apple के अंदरूनी डेटा तक पहुंचने की अनुमति दे, जिससे वे अपने दावे को मजबूत कर सकें।
आगे क्या?
Apple की यह जीत उसे फिलहाल राहत दे सकती है, लेकिन CCI की जांच अभी जारी है। अगर Apple के खिलाफ मजबूत सबूत मिलते हैं, तो उसे भारी जुर्माना देना पड़ सकता है या फिर उसे अपनी नीतियों में बदलाव करना पड़ सकता है।
भारतीय स्टार्टअप्स और ऐप डेवलपर्स अब सरकार से नए डिजिटल नियमों की मांग कर सकते हैं, जिससे तकनीकी दिग्गजों पर ज्यादा नियंत्रण रखा जा सके।
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