4 मार्च 2025, मुंबई:
महाराष्ट्र मंत्री धनंजय मुंडे ने आज राज्य कैबिनेट से अपना इस्तीफा दे दिया। यह निर्णय तब आया जब उनके करीबी सहयोगी वाल्मिक कराद पर मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में शामिल होने के गंभीर आरोप लगे।- हिंसात्मक कार्रवाई: मसाजोग ग्राम, बीड़ जिले से सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की घटना ने राज्य में हलचल मचा दी है।
- आरोप और जांच: महाराष्ट्र नियंत्रण आर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत, वाल्मिक कराद और अन्य संदिग्धों के खिलाफ 1,200 पृष्ठों का चार्जशीट दर्ज किया गया है।
- राजनीतिक असर: इस विवाद ने महाराष्ट्र सरकार के भीतर राजनैतिक संकट को जन्म दे दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनाविस ने मुंडे के इस्तीफे को स्वीकार कर आगे की कार्रवाई के लिए गवर्नर को भेजा है।
मंत्री धनंजय मुंडे का राजनीतिक सफर
धनंजय मुंडे, जिन्होंने पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी, बाद में राष्ट्रीयist कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हुए। अपने कार्यकाल में उन्होंने कृषि, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विभागों का संचालन किया। हालांकि, पिछले दिनों कई बार भ्रष्टाचार और जमीन हड़पने के आरोपों ने उनकी छवि पर प्रश्नचिन्ह लगाये थे।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
मुंडे के इस्तीफे से महाराष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक गठबंधन में नई चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के एक प्रमुख नेता के रूप में उनके इस्तीफे से न केवल पार्टी की जनता के बीच छवि पर असर पड़ेगा, बल्कि राज्य के प्रशासनिक ढांचे में भी अस्थिरता की आशंका बढ़ गई है। विपक्ष ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि समाज में कानून व्यवस्था बहाल की जा सके।
आगे की दिशा
सरकारी अधिकारियों ने मामले की जांच में किसी भी तरह की ढिलाई को बर्दाश्त नहीं करने का आश्वासन दिया है। आगामी दिनों में मामले की जांच के परिणाम और इस राजनीतिक संकट के प्रभाव पर नजर रखी जा रही है।
