नई दिल्ली, 10 मार्च 2025 – टाटा पावर और आंध्र प्रदेश सरकार के बीच एक बड़ा करार हुआ है। कंपनी ने राज्य सरकार के साथ ₹49,000 करोड़ का मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) साइन किया है। इस समझौते के तहत आंध्र प्रदेश में ऊर्जा उत्पादन और वितरण से जुड़े विभिन्न प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दिया जाएगा।
समझौते से बढ़ेगा निवेश और रोजगार
यह करार राज्य में हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इससे नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) परियोजनाओं को गति मिलेगी और राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश होगा। इस पहल से हजारों लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
टाटा पावर के शेयरों में आई तेजी
समझौते की घोषणा के बाद, शेयर बाजार में टाटा पावर के शेयरों में उछाल देखने को मिला। कारोबार के शुरुआती घंटों में ही कंपनी के स्टॉक्स में 2.5% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई। निवेशकों में इस डील को लेकर काफी उत्साह है, क्योंकि इससे कंपनी की विकास योजनाओं को मजबूती मिलेगी।
क्या बोले टाटा पावर के अधिकारी?
टाटा पावर के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा,
"हम आंध्र प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी करके गर्व महसूस कर रहे हैं। यह परियोजना राज्य में सतत विकास को बढ़ावा देगी और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम होगी।"
ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद
विशेषज्ञों का मानना है कि यह समझौता भारत के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। खासतौर पर सौर और पवन ऊर्जा (Solar & Wind Energy) के क्षेत्र में यह डील गेमचेंजर साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
टाटा पावर और आंध्र प्रदेश सरकार के बीच हुआ यह समझौता देश में ग्रीन एनर्जी के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है। निवेशकों, स्थानीय उद्योगों और रोजगार तलाश रहे युवाओं के लिए यह डील सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। आने वाले दिनों में इसका असर न सिर्फ आंध्र प्रदेश, बल्कि पूरे देश के ऊर्जा सेक्टर पर देखने को मिलेगा।
.%20T.webp)